नही थी ख़बर कि इश्क़ की गलियों में ऐसा बवाल होता हैं,
दो दिल मिले तो लोगो को क्यों सवाल होता है,
अरे हमने भी की थी कुछ इस तरह उससे मोहब्बत,
जैसे सूखे खेतो तो बारिश का इंतजार होता है,
लेकिन जो तूने किया है मेरे साथ ....गर होती ख़बर,
लौट जाते हम भी आधे रास्ते से वापस,
अगर इश्क़ करने वाला तुम्हारी तरह होता है,
नही थी ख़बर की इश्क़ की गलियों में.............
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